NTVJNT पिछड़ा वर्ग की जातीगत गणना होनी चाहिए – संजय राठोड़
जामनेर (नरेंद्र इंगले): महाराष्ट्र के घुमंतू जनजाति विमुक्त जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग की जातिगत गिनती होनी चाहिए इस मांग को लेकर हमने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है ऐसा प्रतिपादन पूर्व मंत्री तथा शिवसेना विधायक संजय राठोड़ ने किया है . NTVJNT पिछड़ा समाज के सामाजिक आरक्षण को लेकर राज्यव्यापी दौरे पर निकले राठोड़ आज जामनेर पधारे . तहसिल गोरबंजारा समाज की ओर से आयोजित संमेलन मे राठोड़ ने अपनी भूमिका स्पष्ट की . जिसके बाद पत्रकारो से वार्तालाप मे उन्होने बताया कि कोर्ट ने OBC का राजनीतिक आरक्षण रदद् कर दिया है जिसे फिर से बहाल करने को लेकर सरकार की ओर से हरसंभव प्रयास जारी है . 2007 से पिछडो को प्रोन्नति मे आरक्षण नही मिल पा रहा है , सूबे के NTVJNT समाज के अनेको विषय है जो सीधे उनके विकास से जुड़े हुए है और उसके लिए इस तबके की स्वतंत्र रूप से जातिगत गिनती होनी चाहिए ताकि NTVJNT का समग्र विकास किया जा सकेगा हमने इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है . मंच पर मोरसिंग नाईक , डॉ ऐश्वरी राठोड़ , नामदेव चव्हाण , सुमीत चव्हाण , रमेश नाईक , राजू नाईक , किशोर नाईक , रामलाल राठोड़ , नटवर चव्हाण , समेत मान्यवर मौजूद रहे . विदित हो कि कुछ महीनो पहले पूजा चव्हाण नामक युवती की पुणे के वानवाड़ी मे हुई कथित मौत के मामले मे विपक्ष के आरोपो के बाद तत्कालीन वनमंत्री राठोड़ को मंत्रिपद से इस्तीफा देना पड़ा है . खबरो के मुताबिक पुणे पुलिस ने जांच के बाद राठोड़ को क्लीन चिट दे दी है . फिलहाल वन मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास है आने वाले दिनो मे मंत्री परिषद के विस्तार की संभावना है जिसमे राठोड़ को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है .