चंडीगढ़ ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – केरल पुलिस ने मंगलवार को यहां एक नन के साथ यौन उत्पीडऩ मामले में रोमन कैथोलिक डिओसिस बिशप फ्रांको मुलाक्कल से पूछताछ की. इस संबंध में अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. बिशप से पूछताछ सोमवार देर रात शुरू हुई और मंगलवार सुबह समाप्त हुई.
केरल की टीम पूछताछ के लिए शुक्रवार को चंडीगढ़ से जालंधर पहुंची थी, जिसके बाद बिशप ने टीम से मुलाकात करने से मना कर दिया. पूछताछ करने आई केरल पुलिस टीम को पंजाब के उनके समकक्षों ने सुरक्षा मुहैया कराई. केरल पुलिस टीम ने फादर एंटोनी और जालंधर डिओसिस मुख्य जनसंपर्क अधिकारी फादर पीटर से भी पूछताछ की. केरल के तीन पत्रकारों के साथ भी दुव्र्यवहार किया गया, जब उन्होंने मुलाक्कल से पूछताछ की कोशिश की. इससे पहले टीम ने शुक्रवार और शनिवार को जालंधर डिओसिस के नन से मुलाकात की. कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर पंजाब पुलिस ने केरल के टीम को सुरक्षा मुहैया कराई.
पुलिस उपाधीक्षक ए.टी. सुभाष की अगुवाई में शुक्रवार को जब छह सदस्यीय टीम जालंधर पहुंची तो, डिओसिस के कई समर्थक जालंधर में चर्च के परिसर में इकठ्ठा हो गए. एक नन ने जून में आरोप लगाया था कि मुलाक्कल ने केरल के समीप कोट्टायम के एक कॉन्वेंट में वर्ष 2014 से 2016 के बीच उसके साथ यौन उत्पीडऩ किया. मुलाक्कल ने हालांकि ऐसे किसी भी आरोप से इनकार किया है.
मलंकारा ऑर्थडॉक्स चर्च के दो पादरी, सोनी वर्गीज और फादर जैस के जॉर्ज की अंतरिम जमानत की याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें सोमवार तक आत्मसमर्पण करने को कहा था.मामले में आरोपी अन्य दो पादरियों फादर जॉन मैथ्यू और जॉनसन वी मैथ्यू पहले ही आत्मसमर्पण कर चुके हैं और उन्हें हाईकोर्ट से जमानत भी मिल चुकी है.
यौन शोषण के आरोपों में घिरे मलंकारा ऑर्थोडोक्स सीरियन चर्च के दो अन्य पादरियों ने भी सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया.फादर अब्राहम वर्गीस उर्फ सोनी ने तिरुवल्ला की एक अदालत में आत्मसमर्पण किया जबकि फादर जैजे जॉर्ज ने कोल्लम में अपराध शाखा कार्यालय में आत्मसमर्पण किया.
जस्टिस ए के सिकरी और अशोक भूषण की एक पीठ ने कहा था कि आत्मसमर्पण के बाद दोनों पादरी चाहे तो नियमित जमानत ले सकते हैं. केरल हाईकोर्ट ने 11 जुलाई को इनकी याचिका खारिज कर दी थी जिसके बाद दोनों ने अंतरिम जमानत हासिल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था.
मलंकारा ऑर्थोडोक्स सीरियन चर्च के चार पादरियों पर आरोप है कि उन्होंने 34 वर्षीय एक महिला के कबूलनामे ‘कन्फेशन’की आड़ में उसका यौन शोषण किया. पीड़िता के पति ने उनपर महिला को ‘ब्लैकमेल’ करने और उसका ‘यौन शोषण’ करने का आरोप लगाया है. महिला के बयान के आधार पर केरल पुलिस की अपराध शाखा ने दो जुलाई को मामला दर्ज किया था.