भोपाल (तेज समाचार डेस्क). फिल्म अभिनेता कमल हासन द्वारा नाथुराव गोडसे पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद उसके प्रत्युत्तर में भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा गोडसे को देशभक्त कहे जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में भूजाल आ गया था. यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि मैं मन से कभी भी उन्हें माफ नहीं कर सकता. इस सभी बातों के से आहत प्रज्ञा ठाकुर ने 21 प्रहर का मौन धारण करते हुए अपने बयान पर माफी भी मांगी है.
भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने ट्वीट किया कि चुनावी प्रक्रियाओं के बाद अब समय है चिंतन मनन का, इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं और 21 प्रहर के लिए मौन साध रही हूं.
दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान प्रज्ञा ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था. साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को आतंकी बताने वाले कमल हासन के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था, ”नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे.” उनके इस बयान के बाद पार्टी मुश्किल में घिर गई थी. दबाव बढ़ने पर साध्वी को माफी मांगनी भी पड़ी थी.
– कभी मन से माफ नहीं कर पाऊंगा : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसकी आलोचना करते हुए कहा था, ”गांधीजी और गोडसे के संबंध में जो भी बयान दिए गए, ये भयंकर खराब हैं, घृणा और आलोचना के लायक हैं, सभ्य समाज में ये सोच नहीं चल सकती. ऐसी बातें करने वालों को आगे सौ बार सोचना चाहिए. उन्होंने माफी मांग ली है, ये अलग बात है. लेकिन मैं मन से माफ नहीं कर पाऊंगा.” भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रज्ञा के बयान को लेकर कहा था कि पार्टी का इन बयानों से कोई लेना देना नहीं है.
– करकरे पर भी दिया था बयान
इसके पहले प्रज्ञा ने मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे पर भी बयान दिया था. उनके इस बयान के बाद निर्वाचन आयोग ने उनके चुनाव प्रचार अभियान पर 72 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया था.