नाशिक (तेज समाचार डेस्क) जहां एक ओर देश में शौचालयों के निर्माण के लिए जोर-शोर से प्रचार किया जा रहा है, वहीं नाशिक शहर के एसटी विभाग समेत बाकी सार्वजनिक शौचालय इस मुहिम में अड़ंगा लगाने पर तुले हुए है. शहर के विभिन्न सार्वजनिक शौचालयों में बड़े पैमाने पर अवैध वसूली की जा रही है. इससे इस उगाही में शामिल लोग करोड़ों की कमाई कर रहे है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजना के माध्यम से पूरे देश में शौचालयों के निर्माण के लिए प्रयास कर रहे है. साथ ही जगह-जगह सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण का प्रयास हो रहा है. लोगों में भी शौचालयों और यूरिनल के इस्तेमाल के संदर्भ में जनजागृति बढ़ रही है. लेकिन नाशिक के एसटी महामंडल की ओर से संचालित तथा बाकी सार्वजनिक शौचालयों में लोगों की भारी लूट की जा रही है. शौचालय का संचालन करने वाले हर एक व्यक्ति से शौचालय के लिए 10 रुपये वसूल रहे है. साथ ही यूरिनल पूरी तरह से नि:शुल्क होने के बावजूद भी हर एक व्यक्ति से 2 रुपयों की उगाही की जा रही है. इससे शौचालय का संचालन करने वाले करोड़ो की कमाई कर रहे है. इस समय नाशिक शहर के ठक्कर बाजार, पुराना सीबीएस, निर्माणी, महामार्ग, मुंबई नाका समेत करीब 19 शौचालयों का यही हाल है. यहां पर हर रोज आने वाले हाजारो लोगों से अवैध वसूली की जा रही है. इस संदर्भ में शिकायत करने पर शिकायतकर्ता को धमकियां देकर उसे चूप कराने का प्रयास किया जा रहा है. इस संदर्भ में संतोष भारस्कर ने एसटी महामडंल के महासंचालक से लेकर नाशिक विभाग के नियंत्रक तक सभी की ओर शिकायतें की है. लेकिन अब तक उनकी शिकायतों पर किसी ने संज्ञान नहीं लिया है.
– …तो मंत्रालय के सामने करेंगे मूत्रत्याग
शौचालयों में आम लोगों की हो रही लूट की शिकायत करने के बाद भी प्रशासन की ओर से उचित सहयोग नहीं दिया जा रहा है. बल्कि शिकायत करने के कारण मुझे फोन पर धमकिया दी जा रही है. इसलिए अगर इन शिकायतों के संदर्भ में जल्द उचित कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाले समय में यात्रियों और लोगों लेकर मंत्रालय के सामने ‘मूत्रत्याग’ आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी शिकायतकर्ता संतोष भारस्कर ने दी.
– ऐसी होती है लूट
सार्वजनिक शौचालयों के इस्तेमाल के लिए कुछ नियम बनाए गए है. इन नियमों के तहत शौचालयों का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति से ग्रामीण इलाके में डेढ़ रुपया तता शहरी इलाके में 2 रुपये लिए जाए. साथ ही महिला एवं 12 वर्ष से कम बच्चों को नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाए. नहाने के लिए ग्रामीण भाग में 2 रुपये और शहरी इलाके में 3 रुपये दाम निश्चित किए गए है. लेकिन नाशिक शहर में इस समय शौचालय के लिए 10 रुपये, यूरिनल के लिए 2 से 5 रुपये तथा नहाने के लिए 10 रुपये लिए जा रहे है. इसके माध्यम से लोगों की लूट की जा रही है.