पुणे (तेज समाचार डेस्क): स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में करीब 59 हजार कोरोना के नए मामले दर्ज हुए हैं। राज्य में सबसे बुरे हाल पुणे के हैं, जहां संक्रमितों का आंकड़ा साढ़े सात लाख तक पहुंच गया है और साढ़े 11 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं।
आज की तारीख में जिले में एक लाख से ज्यादा एक्टिव मामले हैं। रोजाना संक्रमित मरीजों के बढ़ते आंकड़ों की गंभीरता आपातकाल मेडिकल सर्विस की एक जानकारी से पता चलती है, जिसमें एंबुलेंस के लिए रोजाना 9 हजार से फोन कॉल्स मिलने का खुलासा हुआ है। देश भर कोरोना के चलते चिंताजनक स्थितिबनी हुई है। रोजाना दर्ज हो रहे लाखों की संख्या में मामले राज्य सरकारों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं। बात करें महाराष्ट्र की तो राज्य में कोरोना से स्थिति बेकाबू हो रखी है। राज्य में सबसे बुरे हालात पुणे जिले के हैं जहां एंबुलेंस के लिए रोजाना 9 हजार से अधिक कॉल्स आ रहे हैं।
आपातकाल मेडिकल सर्विस के प्रबंधक डॉ. प्रवीन साधले ने बताया कि, उन्हें प्रतिदिन 9 से 10 हजार लोग एंबुलेंस के लिए कॉल कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर कोरोना मरीजों के लिए हैं। हालांकि अन्य मरीजों के लिए भी फोन आ रहे हैं मगर उनका प्रमाण कम है। डॉ साधले के मुताबिक, राज्य भर में 937 एंबुलेंस लगवाई गई है। इन एंबुलेंसों में पीपीइ किट से लेकर सभी तरह की सुविधाएं मरीजों के लिए है। पहले सड़क हादसे और प्रैग्नेंसी को लेकर ज्यादातर कॉल्स आती थी।
मगर अब अधिकतम कॉल कोरोना मरीजों के लिए आ रही हैं। उन्होंने ये भी बताया कि कोरोना मामले के अलावा भी कॉल्स आ रही है लेकिन कम मात्रा में। उनका कहना है कि बढ़ते फोन कॉल्स के मद्देनजर इन कॉल्स को रिसीव करने के लिए कई एक्सीक्यूटिव्स को नियुक्त किया गया है। बहरहाल एंबुलेंस के लिए रोजाना मिल रहे इतनी भारी संख्या में फोन कॉल्स से पुणे के हालातों की दाहकता का अंदाजा लगाया जा सकता है।