सीहोर(तेज़ समाचार प्रतिनिधि ): केन्द्रीय मंत्री उमाभारती ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर रविवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं।
सीहोर प्रवास के दौरान उन्होंने यह बात राहुल गांधी के यूरोप दौरे पर आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से किए बयान के संदर्भ में कही। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जो बोलते हैं और जो करते हैं, उसे पार्लियामेंट में सब देख चुके हैं। अभी उन्होंने बोला उससे स्वयं कांग्रेसी भी संग में नहीं है। उन्होंने कहा कि 1984 के दंगे में कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है, जबकि सारे केस ही कांग्रेस के लोगों के चले और कइयों को सजा हुई। जिस व्यक्ति (राहुल गांधी) को याद ही नहीं रहता है क्या बोलना और क्या करना है, उस व्यक्ति के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ होनेे के लिए भगवान गणेश से कल्याण की कामना करेंगी।
उमाभारती ने कहा कि राहुल गांधी बड़ी राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष हैं। मुझे उस पार्टी की भी चिंता लग रही है, क्योंकि उस पार्टी का भी एक बैक ग्रांउड है। जिस पार्टी से मोती लाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरागांधी, जैसे राजनीति में महापुरुष हुए हैं और आज उस पार्टी में ऐसा व्यक्ति है जो मानसिक रूप से स्पष्ट नहीं है। यह पूरी तरह से मानसिक अस्पष्टता का लक्षण हैं कि उन्हें यही नहीं पता कि 1984 मेंं क्या हुआ था। तो ऐसे व्यक्ति द्वारा किसी भी टिप्पणी को महत्व देना, मेरी तरफ से शोभा नहीं देगा।
राहुल ने लंदन में आयोजित इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में सिख दंगों को एक ‘बहुत दर्दनाक त्रासदी’ बताया था और कहा था कि किसी भी शख़्स के साथ हिंसा करने वाले दोषी को सज़ा दिलाने पर 100 फ़ीसदी सहमत हैं। हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी जोड़ा कि वो इस बात से असहमत हैं कि इन दंगों में कांग्रेस की कोई भूमिका थी।
राहुल गांधी ने कार्यक्रम में अपने पिता राजीव गांधी की हत्या का ज़िक्र करते हुए कहा, “मैं ख़ुद हिंसा का पीड़ित हूं. मैंने उन लोगों की हत्या होते देखा है जो मेरे बहुत प्रिय थे। मैंने अपने पिता की हत्या करने वाले प्रभाकरन को देखा है।”