पुणे (तेज समाचार डेस्क). देशव्यापी लॉक डाउन घोषित होने के उपरांत रेल विभाग की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई है. इसमें मुख्य रूप से खाद्य सामग्री, फल एवं सब्जियां, मेडिकल उपकरण एवं दवाएं आदि जीवन उपयोगी वस्तुओं का मालवाहन रेलवे के द्वारा भारत के प्रत्येक हिस्से में किया जा रहा है. रेल की आवश्यक सेवा के लिए रेल कर्मी चौबीसों घंटे सेवाएं दे रहे हैं. इनमें स्वास्थ्य का ध्यान रखना एक आवश्यक पहलू है.
– मास्क बनाने में जुटी 25 महिला कर्मचारी
इस कार्य में योगदान देते हुए रेलवे की विद्युत विभाग की महिला कर्मचारियों ने घर में ही मास्क बनाने का निश्चय किया. लगभग 25 महिला कर्मचारियों ने इस पुनीत कार्य को करने का बीड़ा उठाया. कोच में प्रयोग होनेवाली नई काटन की लिनन से मास्क सिलने का कार्य अपने – अपने घरों में शुरू किया. पुणे रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज झंवर ने बताया कि तीन दिनों के अन्दर 1000 से ज्यादा मास्क जिनको धोकर दोबारा प्रयोग किया जा सकता है. इन्हें तैयार करके रेल कर्मचारियों को उपलब्ध कराए गए हैं. इन महिला रेल कर्मचारियों ने घरों में मास्क बनाकर इस कोरोना की लड़ाई में पुणे मंडल को नई ताकत प्रदान की है और अन्य लोगों के लिए एक मिसाल भी कायम की है. इन महिला कर्मचारियों द्वारा मास्क बनाने का कार्य लगातार किया जा रहा हैं.
– मिरज के गार्ड ने भी वितरित किए थे मास्क
शासन प्रशासन द्वारा भी सलाह दी जा रही है के घर में बने मास्क का इस्तेमाल करें. इससे पहले भी पिछले दिनों मिरज में कार्यरत रेलवे ट्रेन गार्ड विशाल कलगे तथा उनके परिवारजनों ने 2300 से ऊपर मास्क घर में बनाकर लोगों को मुफ्त में बांट चुके हैं. कर्मचारियों द्वारा किए गए इस कार्य की मंडल रेल प्रबंधक रेणू शर्मा, अपर मंडल रेल प्रबंधक सहर्ष बाजपेयी तथा श्रीमती नीलम चंद्रा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एम. रामकृष्णा, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर रघुनन्दन प्रसाद मिश्रा सहित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्रशंसा की है.