मुंबई (तेज समाचार डेस्क). गांधी विचार मंच की उपाध्यक्ष स्नेहलता गुप्ता ने कहा कि इन दिनों देश के कई हिस्सों में बारिश का कहर जारी है. बेमौसम बारिश से खड़ी फसलें बर्बाद हो रही हैं. चक्रवाती तूफान की आशंका बनी हुई है. अभी कुछ दिन पहले मूसलाधार बारिश से महाराष्ट्र के कई जिले जलमग्न हो गए. इससे भारी तबाही हुई. फसलें बर्बाद हो गईं. घरेलू सामान पानी में बह गए, जिससे उनके सामने गंभीर समस्या खड़ी हो गई है. गुप्ता बोरीवली प. स्थित मनपा शाला हाल में आयोजित सामाजिक समारोह को संबोधित कर रही थी. उन्होंने कहा कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों उत्पन्न हो रही है. इस तरफ न तो सरकार का और न ही सामाजिक क्षेत्रों से जुटे लोगों का ही ध्यान जा रहा है. यही कारण है कि कारगार कदम सरकार द्वारा नहीं उठाया जा रहा है.
स्नेहलता गुप्ता ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या एवं बंटते खेतों के कारण लोग बाग-बगीचों एवं जंगलों को अपना निशाना बना रहे हैं. बड़े-बड़े पेड़ों की कटाई धड़ल्ले से हो रही है. जंगलों को काट कर खेत का रूप दिया जा रहा है. ऐसे में पर्यावरण पर गहरा असर पड़ रहा है. इसी से मौसम भी प्रभावित हो रहा है. जिसका परिणाम जनता के सामने है. ऐसे में सरकार के साथ ही आम जनता को भी इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है. हर व्यक्ति को अपने घर के सामने एक पेड़ लगा कर उसका संवद्धन करना चाहिए. इस तरह से घरों के चारों ओर पेड़ों की हरियाली छायी रहेगी और वातारण शुद्ध बन जाएगा. इस तरह से लोगों का स्वास्थ्य जहां अच्छा रहेगा, वहीं मौसम भी निर्धारित समय पर आएगा. कई जिले अभी भी सूखे की चपेट में हैं.
तालाब, कुआं एवं ट्यूबेल में पीने के लिए पानी नहीं है. सरकार अकेले इस समस्या से निपटने में सफल नहीं हो सकती, ऐसे में हर नागरिक को अपना दायित्व निभाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बारिश में कुछ क्षेत्र पानी में डूब जाते हैं, वहीं बहुत से क्षेत्र सूखे की चपेट में रहते हैं. यदि बाढ़ का पानी सूखा क्षेत्रों की तरफ मोड़ दिया जाए तो देश की बाढ़ और सूखे की समस्या हल हो सकती है.