पिंपरी (तेज समाचार डेस्क)। ट्रिपल तलाक विरोधी कानून की अमलबाजी करने में अहम भूमिका निभानेवाले पुलिस विभाग की एक महिला कर्मचारी को ही उसके पति द्वारा जुबानी ट्रिपल तलाक दिए जाने का मामला सामने आया है। यही नहीं पीड़ित पुलिस महिला कर्मचारी को मायके से पांच लाख रुपए लाने और सैलरी देने को लेकर तीन साल से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा। इस बारे में पिंपरी चिंचवड़ की भोसरी पुलिस ने पीड़ित महिला के पति के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
9 अप्रैल 2017 से 20 मार्च 2021 तक यह प्रताड़ना की जाती रही है। इस बारे में पीड़ित पुलिस महिला कर्मचारी ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके आधार पर भोसरी पुलिस ने उसके पति आजम पापाभाई पटेल (35), सास बानू पापाभाई पटेल (60), देवर फरियाज पापाभाई पटेल (32), ननद मुमताज पापाभाई पटेल (34, सभी निवासी भोसरी) के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता महिला पुणे शहर पुलिस बल में बतौर कांस्टेबल तैनात है। उसका 9 अप्रैल 2017 में विवाह हुआ था। विवाह के तीन दिन बाद से ही उसके पति और ससुराल वालों ने उसे मायके से 5 लाख रुपए लाने और उसकी सैलरी उन्हें देने को लेकर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। उसके चरित्र पर संदेह किया जाता था, खाना बनाने नहीं आता कहकर उसे प्रताड़ित किया जाता। यहां तक कि कई बार उसे खाना भी नहीं दिया जाता था। पीड़िता ने अपने मायकेवालों से इसकी शिकायत की। जब उन्होंने उसके पति को समझाने की कोशिश की तो उसने पीड़िता को जुबानी ट्रिपल तलाक दे दिया। पुलिस उपनिरीक्षक रवि भवारी मामले की जांच में जुटे हैं।