अहमदनगर (तेज समाचार डेस्क)। पिछले साल से देश में कोरोना संक्रमण के फैलने के बाद प्रकोप से बचने के लिए कई उपाय किये गए, लेकिन इस दौरान लगाए गए लॉकडाउन से देश को काफी परेशानी उठानी पड़ी। राज्य में अब धीरे धीरे अनलॉक किया जा रहा है। उसके बावजूद मंदिर, धार्मिक स्थल अभी तक बंद है। इसे लेकर शिवप्रतिष्ठान के संस्थापक संभाजी भिड़े द्वारा नारजगी व्यक्त किये जाने के बाद अब प्रसिद्ध प्रबोधनकार इंदूरीकर महाराज ने दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि शराब की दुकान के साथ सभी कुछ शुरू है, केवल भगवान का मंदिर बंद है, यह अटपटा लगता है।
कोरोना संकट को देखते हुए लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भी शादी, अन्य कार्यक्रम और शराब की दुकानें खुली होने के बाद भी राज्य में धार्मिक स्थल बंद रखने को लेकर इंदूरीकर महाराज ने नाराजगी व्यक्त की है। कोपर्डी में स्कूली छात्रा के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को पांच साल पूरे हो गए है। इसे लेकर गांव में श्रद्धांजलि अर्पण करने के लिए इंदूरीकर महाराज के कीर्तन का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा, कोरोना से पूरी दुनिया सहम गई है। इस महामारी में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसके बावजूद आज भी बड़े पैमाने पर शादियां हो रही है और भीड़ की जा रही है। यह खतरनाक है। तीसरी लहर आने की संभावना है। इसलिए सभी को सावधानी बरतने की जरुरत है। खास बात यह है कि शराब की दुकान के साथ सब कुछ खुला है लेकिन मंदिर और प्रार्थना स्थल खुला है इसका दुःख है।