पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). आरबीआई द्वारा निर्बंध लगाए गए येस बैंक में पिंपरी चिंचवड़ मनपा के 983 करोड़ रुपए फंसने की जानकारी सामने आई है. मनपा के एकाउंट विभाग ने फरवरी में बैंक को पत्र भेजकर 425 करोड़ रुपए की मांग की थी, जो मनपा को अब तक नहीं मिल सकी है. बैंक पर निर्बंध लाये जाने के बाद मनपा आयुक्त ने उसके पास रहे टैक्स वसूली का काम तत्काल रोकने और मनपा कर्मचारियों की यंत्रणा के माध्यम से टैक्स वसूली करने के आदेश जारी किए हैं.
– ज्यादा ब्याज के चक्कर में भाजपा ने उठाया कदम
सत्ता परिवर्तन के बाद मनपा की सत्ताधारी भाजपा ने ज्यादा ब्याज पाने के लिए राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा दीर्घ मियादी डिपॉजिट निकाल कर अल्प मियादी डिपॉजिट जमा करने की सलाह दी थी. तब कई निजी बैंकों के प्रस्ताव मनपा को प्राप्त हुए. येस बैंक ने 8.15 फीसदी सर्वांधिक ब्याज देने की तैयारी दर्शाई. अगस्त 2018 में मनपा के एकाउंट विभाग द्वारा राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा डिपॉजिट निकालकर येस बैंक में ट्रांसफर किये गए.
– ऑनलाइन वूसली का ठेका भी यस बैंक को
इसके साथ ही मनपा संपत्ति कर व पानी बिल समेत कुछ अन्य विभागों की ऑनलाइन टैक्स वसूली का ठेका भी येस बैंक को दिया गया. ज्यादा ब्याज के लालच में भाजपा के पदाधिकारियों की जिद की खातिर शहर के करदाताओं का पैसा निजी बैंक में जमा कराने का फैसला अब नुकसान दायक साबित हो रहा है. आरबीआई ने येस बैंक पर निर्बंध लादते हुए बैंक के एकाउंट होल्डर्स को मासिक 50 हजार रुपए की निकासी की मर्यादा लगाई गई है. नतीजन मनपा को भी अपने डिपॉजिट वापस पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी, यह तय है.
– जनता के पैसों की सुरक्षा पर सवाल
निजी और सहकारी बैंकों के आर्थिक संकट में डूबने के हालातों में मनपा प्रशासन ने राष्ट्रीयकृत बैंकों में ही मनपा के डिपॉजिट जमा करने का फैसला किया था. जिसे सत्ता में आते ही भाजपा ने बदल दिया. इससे करदाताओं के कर रूपी पैसों की सुरक्षितता पर सवाल खड़ा हुआ है. बहरहाल मनपा आयुक्त श्रवण हार्डिकर ने इस बारे में पूछने पर बताया कि, मनपा की विविध टैक्स वसूली से मिलने वाली आय को बैंकों में अल्प मियादी डिपॉजिट के रूप में जमा करने का प्रस्ताव मिला था. तब विज्ञापन जारी कर प्रस्ताव मंगाए गए थे और येस बैंक की आर्थिक परिस्थितियों को देखकर ही उसके साथ अनुबंध कर टैक्स वसूली का ठेका दिया गया था. मनपा के अलग-अलग बैंकों में 4 हजार रुपए के डिपॉजिट जमा है जोकि सुरक्षित है. येस बैंक में जमा डिपॉजिट पाने के लिए आरबीआई से पत्राचार किया जाएगा.