भुसावल (तेज़ समाचार प्रतिनिधि):समाज में वैज्ञानिक दृष्टी निर्माण करने में अपनी जान दाव पर लगाने वाले महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मुलन समिती के कार्यकर्ता डा.नरेंद्र दाभोलकर की हत्या होने से संपुर्ण महाराष्ट्र में रोष व्यक्त किया जा रहा है। अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किये जाने के कारण अंनिस की ओरसे शुक्रवार १८ अगस्त को प्रांताधिकारी कार्यालय के सामने जवाब दो आंदोलन किया गया। तथा अपनी विविध मांगों के बारे में प्रांताधिकारी डा.श्रीकुमार चिंचकर को एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
आरोपी जिंदा होने के बारे में व्यक्त किया संदेह
अंनिस की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि सीबीआई द्वारा प्रसारीत किये गए पोस्टर्स पर अपराधियों को को भी जिंदा रखा है यां नहीं इसके बारे में संदेह निर्माण हुआ है। इस मामले की जांच विशेष अधिकारियों की ओर से करने की मांग की गई है।
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कारवाई करें-
साहरनपुर, शब्बीरपुर में दलितों पर किये गए हमले बहुत ही भयानक है। इसके बारे में सरकार ने किसी भी प्रकार की कारवाई नहीं की है। जिसके चलते गुजरात में भी इस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही है। इन सब बातों को दखेत हुए देश में इस तरह की प्रवृत्ती होने वालों की हिम्मत दिन-बदिन बढ़ने से समाज में इस प्रवृत्ती के कारण आतंकवाद का वातावरण निर्माण होने की बात कही गई है।
इनकी थी मौजुदगी-
इस आंदोलन में सागर बहिरुणे, के.एम. वाघ, शामकुमार वासनिक, अरुण दामोदर, अंजना निरभवणे, भगवान निरभवणे, शांताराम जाधव, रवींद्र अहिरे, दीपक सोनवणे, सिध्दार्थ सोनवणे, शशीकांत रायमले, आनंद मित्र, पंडीत सोनवणे, गणेश दोडे, नंदा तायडे, कुंज बिहारी, विजय सोनवणे मौजुद थे।
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