औरंगाबाद (तेज समाचार डेस्क). मनपा प्रशासन द्वारा शहर में चलाए जानेवाले स्कूलों में करीब 12 हजार छात्र शिक्षा हासिल करते है. उन छात्रों को प्रतिदिन दोपहर के खाने में इस्कॉन के माध्यम से खिचडी वितरित की जाती है. लॉक डाउन के चलते स्कूल बंद है. ऐसे में मनपा प्रशासन ने जिन इलाकों में स्कूल हैं, वहां कार्यरत शिक्षकों के माध्यम से इस्कॉन की खिचडी छात्रों के घर तक वितरित करने का निर्णय लिया है.
खिचडी वितरित करने की जिम्मेदारी मनपा आयुक्त आस्तिककुमार पांड़ेय ने सहायक आयुक्त विजया घाडगे पर सौंपी है.
– शिक्षकों की ली जाएगी मदद
सहायक आयुक्त विजया घाडगे ने बताया कि खिचडी के पाकिट हम मनपा स्कूलों में शिक्षा हासिल करनेवाले छात्रों के घरों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे.खिचडी के लिए संबंधित स्कूलों के शिक्षकों का सहारा लिया जाएगा.विजया ने बताया कि जिस क्षेत्र में स्कूल हैं, वहां के एक से ड़ेढ किलोमीटर क्षेत्र के छात्रों तक हम पहुंचने का नियोजन कर रहे है. खिचडी वितरित करने का काम बुधवार से शुरु हो रहा है. महापौर घोडिले ने बताया कि लॉक डाउन के चलते गरीब परिवारों को अपना पेट भरने के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इन्सानियत के नाते प्रशासन ने लिए इस निर्णय से कई परिवारों के बच्चे इस खिचडी से अपना पेट भर पाएंगे. खिचडी के लिए सारा खर्च प्रशासन करेगा. इसके लिए मनपा के शिक्षणाधिकारी कुलकर्णी की भी मदद ली जाएगी. ध्यान रहे कि मनपा स्कूलों में इस्कॉन के माध्यम से हर दिन स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में खिचडी का वितरण किया जाता है.
– खाम नदी व सुकना नदी की होगी सफाई
कोरोना को लेकर शहर में जारी लॉक डाउन से मनपा के सभी मशिनरी खाली पडी है. खाली पड़ी इन मशिनरियों का इस्तेमाल कर शहर की खाम व सुकना नदी की सफाई करने के साथ-साथ उसे और अधिक गहराई करने का काम करने का निर्णय मनपा आयुक्त आस्तिककुमार पांड़ेय ने लिया है.बता दे कि लॉक डाउन के चलते मनपा के पोकलन तथा अतिक्रमण हटाव मुहिम में इस्तेमाल किए जानेवलो जेसीबी खाली है. नदियों के सफाई के लिए इस्तेमाल होनेवाली मशिनरियों को लगनेवाला डिज़ल किसी से चैरिटी कर उपलब्ध कराने के प्रयासों में प्रशासन जूटा है. सप्ताह भर में दोनों प्रमुख नदियों की सफाई व गहराईकरण का काम होगा.