केरल (तेज समाचार डेस्क). लगता है इंसान अब इंसान नहीं रहा, हैवान बन चुका है. पिछले लंबे समय से पशुओं के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार के चलते तो कम से कम ऐसा ही लग रहा है. पिछले दिनों कुछ मनुष्यरूपी राक्षसों ने एक गर्भवती हथनी को विस्फोटक खिला दिया था, जिससे तड़प तड़प कर उसकी मौत हो गई थी, तो हाल ही में तमिलनाडु में किसी सिरफिरे ने जलता हुआ टायर हाथी पर फेंक दिया. हाथी इतनी बुरी तरह से झुलस गया कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अब एक और नया मामला सामने आया है. केरल में 5 दोस्तों ने मिल कर एक तेंदुए को पकड़ कर उसका मटन बना कर खा लिया. जब वन विभाग को इसकी भनक लगी तो उन्होंने पांचों को अरेस्ट कर जेल में डाल दिया.
– घर से मिले तेंदुए के अवशेष
दरअसल ये पूरे मामला केरल के इडुक्की का है. यहां हाल ही में वन विभाग की टीम ने पांच ऐसे दोस्तों को पकड़ा है जो तेंदुए को पकड़ कर, मार कर, पका कर खा गए. पुलिस ने जब इनके घर छापा मारा तो उन्हें तेंदुए की खाल, दांत, नाखून और तेंदुए का बचा हुआ दस किलो मीट भी मिला.इस घटना के बारे में जिन्होंने भी सुना उनके होश उड़ गए. आमतौर पर तेंदुआ बहुत ही खूंखार शिकारी होता है. ऐसे में इसे पकड़ना और मारकर खाना कोई आसान बात नहीं है.
– पहले से ही बना रहे थे प्लान
बताया जा रहा है कि ये पांचों दोस्त काफी पहले से तेंदुए को खाने का प्लान बना रहे थे. इन्होंने जंगल में तेंदुए के लिए जाल भी बिछाया था. जब तेंदुआ इस जाल में फंस गया तो उन्होंने उसे तुरंत मार दिया.तेंदुए को मारने के बाद इन दोस्तों ने खेत में मिट्टी का चूल्हा बनाया और तेंदुआ चट कर गए. उनकी यह काली करतूत किसी को पता भी नहीं चलती, लेकिन इनके मन का लालच ही इन्हें ले डूबा.
– खाल, नाखुन, दांत बेचने के चक्कर में पकड़े गए
दरअसल तेंदुए का मीट खाने के बाद इनके मन में आया कि क्यों न इस तेंदुए की खाल, दांत और नाखून बेच मोटी रकम कमा ली जाए. हालांकि ऐसा करते हुए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने उन्हें दबोच लिया. पकड़े गए इन पांचों दोस्तों को सात साल की जेल की सजा मिल सकती है.
– मिल सकती है 7 साल की सजा
दरअसल भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची 1 के अनुसार तेंदुए का शिकार करने पर सात साल की जेल की सजा देने का प्रावधान है. ये काफी हैरत की बात है कि कोई दूसरों का शिकार करने वाले जानवर का भी शिकार कर सकता है. आमतौर पर इंसानों को चिकन, मटन, बीफ, पोर्क, फिश जैसी चीजें खाते हुए तो कई बार देखा जा चुका है, लेकिन इस तरह तेंदुए जैसे जंगली जानवर को मारकर खाने वाले मामले कम ही देखने को मिलते हैं.