पुणे (तेज समाचार डेस्क). अब जेल जाने के लिए किसी प्रकार के अपराध की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब आप सिर्फ घूमने के बहाने भी जेल जा सकते हैं. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने राज्य में जेल पर्यटन के शुरुआत की घोषणा की. पुणे की येरवडा सेंट्रल जेल राज्य की पहली ऐसी जेल होगी, जहां टूरिस्ट जाकर घूम सकेंगे. दूसरे चरण में इसे नागपुर सेंट्रल जेल में शुरू किया जाएगा.
– उद्धव ठाकरे 26 को करेंगे उद्घाटन
नागपुर में गृहमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और डिप्टी सीएम अजीत पवार 26 जनवरी को पुणे की यरवडा जेल में जेल पर्यटन सुविधा का उद्घाटन करेंगे. इसके लिए स्कूली छात्रों से 5 रुपये, कॉलेज के छात्रों से 10 रुपये और सामान्य पर्यटकों से 50 रुपये का शुल्क लिया जाएगा.
– सिर्फ कुछ ही हिस्सों को देख पाएंगे पर्यटक
देशमुख ने बताया कि 500 एकड़ में फैली इस जेल के कुछ हिस्सों को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. इससे छात्रों, रिसर्चर्स और अन्य लोगों को जेल सिस्टम के बारे में जानने और समझने का मौका मिलेगा.
– गाइड की ले सकते हैं मदद
जेल प्रशासन द्वारा एक गाइड भी प्रदान किया जाएगा. जेल पर्यटन के लिए एक बार में 50 लोगों को अनुमति दी जाएगी. इसके लिए सात दिन पहले ऑनलाइन या यरवडा जेल के काउंटर से टिकट बुक करवाना होगा. इस जेल भ्रमण के दौरान मोबाइल फोन, कैमरा आदि ले जाने की अनुमति नहीं होगी. हालांकि, जेल की ओर से नियुक्त फोटोग्राफर से पर्यटक अपनी तस्वीरें खिंचवा सकते हैं. इसके लिए उन्हें अतिरिक्त शुल्क देना होगा.
– महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस भी रह चुके है यहां
येरवडा जेल न केवल महाराष्ट्र में बल्कि दक्षिण एशिया में सबसे बड़ी जेलों में से एक है. ब्रिटिश शासनकाल के दौरान, जेल में महात्मा गांधी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस समेत कई स्वतंत्रता सेनानियों को रखा गया था. मानहानि का मुकदमा हारने के बाद 1998 में जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को भी यहां कैद किया गया था. बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त यहां तीन साल तक सजा काटी है.
– इसी जेल में हुई थी कसाब को फांसी
अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत इसी जेल में रहते हुए की थी. 26/11 आतंकी हमले के दोषी अजमल आमिर कसाब को भी इसी जेल के हाई सिक्यूरिटी सेल में रखा गया था और यहीं उसे फांसी पर चढ़ा दिया गया था.