अजित पवार का जन्मदिन बना अनशन डे : नागरिको की मांग वापिस हो बिजली दर बढ़ोतरी
जामनेर (नरेंद्र इंगले): राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के जन्मदिवस पर जामनेर मे NCP ब्लाक यूनिट की ओर से नेता संजय गरुड़ के हाथो सरकारी अस्पताल मे मरीजो को फल वितरण किया गया . वैसे किसी भी पार्टी के नेता का बर्थ डे हो सरकारी अस्पताल मे जाकर मरीजो को फल फ्रूट बाटना फोटो खिंचवाना यह ट्रेंड कोई नया नही रहा . आम मतदाताओ पर ऐसे प्रोग्राम्स की छाप बैनेरबाजी और समाचार परोसी तक सीमित रहती है . इस इवेंट को लेकर अखबारो की खबरे भी पहले से फ्रेम होती है बस उपस्थितो के नाम बढ़ जाते है . पवार के जन्मदिन के दिन तहसिल के खादगांव ओर केकतनींभोरा इन दो गांवो के युवको ने छोटी छोटी समस्याओ को लेकर आमरण अनशन का रास्ता अपनाया है . खादगांव निवासी गणेश भोईटे ने गांव के सरकारी भूखंड पर किए गैरकानूनी अतिक्रमण के निर्मूलन के लिए गुहार लगाई है . गणेश ने अतिक्रमण हटाने के लिए जिलाधीश के आदेश प्राप्त किए पर स्थानीय स्तर पर प्रशासन की ओर से अमल नही किया गया . केकतनींभोरा निवासी अशोक पाटील ने वाघुर बांध से जोड़कर गांव मे निर्मित पेयजलापूर्ति योजना के जांच की मांग को लेकर लेकर कहा है कि गांव को तत्काल नयी योजना से जलापूर्ति की जाए , गांव के अंदर की पुरानी पाइपलाइन को हटाकर नई बिछायी जाए , गांव को फिल्टर पानी की सप्लाई की जाए . अनशनकर्ताओ की मांगो पर गौर किया गया तो देखा जा सकता है कि दोनो मसलो मे पीड़ितो को स्थानीय प्रशासन से कोई न्याय नही मिल सका है और नागरिक होने के नाते उनको अनशन का रास्ता अपनाना पड़ा . लोकतंत्र के प्रहरियो द्वारा उपमुख्यमंत्री अजित पवार और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बर्थ डे को अनशन डे के रूप मे भी मनाया जा सकता है .
बिजली दरो मे कटौती की मांग –
तालाबंदी के बाद महाराष्ट्र पूरे देश मे सबसे महंगी बिजली बेचने वाला राज्य बन चुका है . सरकार ने मनमाने बिजली बिलो पर 15 % लंबित ब्याज लगाकर आम जनता की जेब से जबरन बिल वसूल लिए है . कल जलापूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटील ने बिजली बोर्ड को आदेश दिए कि वसूली के लिए ग्राहको के कनेक्शन न काटे . 40:30:30 का किश्तो वाला फार्मूला अपनाए . वाकई आम आदमी को यह कितनी बड़ी सौगात है की वह अपने पसीने का पैसा वो सरकार के मनमाने बिल आंकलन के लिए किश्तो मे अदा करे चाहे उन्हे घर का कबाड़ बेचना पड़े या फिर साहूकारो को ब्याज चढ़ाना पड़े . जनता के मन मे बिजली बिलो को लेकर प्रचंड आक्रोश है पर अगले विधानसभा चुनावो तक इंतजार के अलावा अन्य कोई विकल्प भी नही है . पवार – फडणवीस के जन्मदिवस पर आम नागरिको की यही मांग है कि बिजली के हाई रेट शॉक से निजाद मिले .