भोपाल (तेज समाचार डेस्क). जब आम आदमी किसी अपराध का शिकार होता है, तो वह पुलिस के पास अपनी शिकायत ले कर जाता है, लेकिन जब पुलिस ही अपराध करने लगे, तो आम आदमी किसके पास अपनी गुहार लगाएगा. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जहां पुलिसकर्मियों ने ही लूट की वारदात को अंजाम दिया. इस मामले में आरोपी आरक्षकों पर कार्रवाई की गई है और एसआई की भूमिका की भी जांच हो रही है.
यह है मामला
दो पुलिसकर्मियों ने गुजरात के एक व्यापारी को लूट लिया. गुजरात के हीरा व्यापारी से पुलिसकर्मियों ने 5 लाख लूटे, फिर इनमें से दो आरक्षक सुमित बघेल और विनोद रावत ने खुद एक एक लाख रखा और अयोध्या नगर थाना प्रभारी पवन सेन को 3 लाख रूपये दिए. इस मामले में DIG का बयान आया है कि एसआई पवन सेन की भूमिका की भी जांच की जा रही है. मामले की पूछताछ के दौरान एसपी साईं कृष्ण थोटा ने दोनों आरोपी आरक्षकों के बयान की वीडियोग्राफी करवाई है जिसमें दोनों ने पांच लाख लूट की बात कुबूल की है. इसके बाद एसपी ने दोनों आरक्षकों को लाइन अटैच कर दिया है.
पुलिस का कहना है- थाना अयोध्या नगर के आरक्षक सुमित बघेल एवं विनोद रावत ने दिनांक 10 जुलाई की रात्रि 8:00 से 8:30 बजे इलाका गश्त के दौरान एक कंपनी के कर्मचारी से अवैधानिक रूप से 5 लाख रुपए की राशि प्राप्त की और थाना प्रभारी अयोध्या नगर से वस्तुस्थिति छिपाकर उनको बताया कि उनकी मोटरसाइकिल के बैग में 3 लाख रुपए दो व्यक्ति स्कूटी चेकिंग के दौरान रखकर चले गए. इसकी जानकारी कार्यवाहक थाना प्रभारी द्वारा थाना रिकॉर्ड में दर्ज की गई. आरक्षक द्वारा 2 लाख रुपए अपने पास रख लिए जिस पर अवैधानिक कृत्य के लिए दोनों आरक्षक को निलंबित किया गया है. आरक्षक सुमित बघेल एवं विनोद रावत के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के संबंध में जांच जारी हैl राशि 5 लाख रुपए कंपनी के संबंधित कर्मचारी को सुपुर्द कर दिए गए हैं.