धुलिया: शिवाजी जन्मोत्सव राष्ट्रीय एकात्मता के रूप में जयंती महोत्सव मनाया
धुलिया (वाहिद ककर ): राष्ट्रीय एकता एवं सद्भावना दिवस के रूप में छत्रपति शिवाजी जयंती हिंदू मुस्लिम समुदाय के नागरिकों ने मनाई इस अवसर पर उन्होंने एक दूसरे को छत्रपति जन्म उत्सव की शुभकामनाएं भी दी . क्षत्रिय मराठा समाज समेत अन्य सभी अनुयायियों ने बुधवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की 390 वीं जयंती धूमधाम से मनाई। सुबह दस बजे शहर के विभिन्न जगहों से समाज के सदस्य शिवाजी प्रतिमा मालेगांव रोड पर पहुंचे। इसमें महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग, बच्चे शामिल रहे। इस अवसर पर सभी ने शिवाजी प्रतिमा पर पूजा पाठ किया। पंडितों ने मंत्रोचार के साथ शिवाजी महाराज का अभिषेक कराया। तत्पश्चात समाज के वरिष्ठों ने शिवाजी के चरित्र एवं वीर गाथा पर प्रकाश डाला। इस दौरान जय भवानी, जय शिवाजी के जयघोष से वातावरण गूंजयमान हुआ।
– हिंदू-मुस्लिम एकता समिति ने मनाई जयंती
हिंदू मुस्लिम एकता समिति ने शिवाजी महाराज की जयंती मनाई गई। समिति के पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं ने शिवाजी महाराज को पुष्प माला अर्पित कर आतिशबाजी की। भाजपा जिला अध्यक्ष अनूप अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि आज युवाओं को छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन चरित्र पढ़ना चाहिए उनकी सेना में मुस्लिम समुदाय के लोगों को भी बड़े सम्मान से रखा जाता था और सभी धर्मों का आदर पालन शिवाजी महाराज ने करना सिखाया था. इस दौरान जय भवानी, जय शिवाजी के जयघोष से माहौल गूंज उठा। कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व विधायक राजवर्धन कदम बांडे थे. महाराजा की प्रतिमा पर माल्यार्पण पूजन सांसद डॉ सुभाष भामरे और पुलिस अधीक्षक विश्वास पांढरे ने किया.दीपप्रज्वलन एम आई एम के विधायक फारुख शाह ने किया.इस मौके पर महापौर चंद्रकांत सोनार ,अपर पुलिस अधीक्षक भुजबल डीएसपी सचिन हिरे , बीजीपी ज़िला अध्यक्ष अनूप अग्रवाल ,सुनील महाले , हाजी मोहम्मद सिद्दीकी ,संदीप महाले , हाजी सलीम बागवान ,नगर सेवकमुख्तार मंसुरी ,वसीम बारी उस्मान सेठ सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
निकाली हिन्दू गर्जना रैली शिवाजी जयंती के उपलक्ष्य में बुधवार को हिंदू गर्जना रैली निकाली गई। रैली में तोप की झांकी आकर्षण का केंद्र रही।
डीजे-बाजे झांकियों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा नगर के विभिन्न स्थानों से शिवाजी महाराज प्रतिमा महाराणा प्रताप चौक, बस स्टैंड ,आगरा रोड होते हुए वापास शिवाजी प्रतिमा पहुंची। यहां पर शोभायात्रा का समापन हुआ। शोभायात्रा में शिवाजी महाराज की सजीव झांकी शामिल रही। शिवाजी के वेशभूषा में बच्चे आकर्षण का केन्द्र रहे।