पिंपरी (तेज समाचार डेस्क)। हत्या और मकोका के मामलों में रिहा होने के बाद पुणे – मुंबई एक्सप्रेस वे पर शक्ति प्रदर्शन कर सैकड़ों वाहनों की रैली निकालना कुख्यात गैंगस्टर गजा उर्फ गजानन मारणे को काफी महंगा पड़ गया है. शक्ति प्रदर्शन के दौरान ही गजा मारणे और उसके साथियों पर विभिन्न पुलिस थानों में कई मामले दर्ज होने के बाद गजानन मारणे फरार हो गया था. लेकिन आखिरकार गत रात पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सातारा जिले के जावली तालुका के मेढ़ा से सातारा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद रविवार को उसे एमपीडीए के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए एक साल के लिए येरवडा जेल भेजा गया। पुणे जिला (ग्रामीण) पुलिस अधीक्षक डॉ अभिनव देशमुख ने यह कार्रवाई की है।
नए सिरे से दर्ज किए गए मामले
तलोजा जेल से रिहा होने के बाद मुंबई से पुणे तक एक्सप्रेस वे पर सैकड़ों समर्थकों और वाहनों की रैली से शक्ति प्रदर्शन करने को लेकर मारणे के खिलाफ पुणे और पिंपरी चिंचवड़ पुलिस में चार औऱ खालापुर में एक मामला दर्ज किया गया है। पुणे के कोथरुड और पिंपरी चिंचवड के शिरगांव थाने में दर्ज मामलों में गजा मारणे को जमानत मिल गई। मगर इसके बावजूद उसकी दिक्कतें लगातार बढ़ती गई। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने उसके खिलाफ नए से फिरौती और डकैती के मामले जोड़ी हैं। रोड शो के दौरान मारणे और उसके समर्थकों ने उर्से टोलनाके पर टोल नहीं देने और फूड मॉल के खाद्य पदार्थ विक्रेताओं को धमकाकर पानी की बोतलें और वडापाव आदि खाद्य पदार्थ लिए। इसके लिए उनके खिलाफ नए से डकैती और फिरौती की धाराएं जोड़कर मारणे और उसकी गैंग के खिलाफ मकोका की कार्रवाई करने की तैयारी की है।
मामले दर्ज होते ही हो गया था फरार
दो मामलों में जमानत मिलने के बाद से गजा मारणे लगातार पुलिस की आंखों में धूल झोंकते फरार चलता रहा। यहां पिंपरी चिंचवड़ पुलिस उसके साथियों की धरपकड़ करते हुए उसके रोड शो में शामिल वाहनों को जब्त करने में जुटी हुई है। मगर गजा तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पा रहे थे। इसी दौरान शनिवार की रात सातारा जिले के जावली तालुका स्थित मिलना परिसर में उसके आने की खबर सातारा की स्थानीय पुलिस को मिली। मेढ़ा पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक अमोल माने को मुखबिर से पता चला कि मेढ़ा परिसर में गजा डस्टर गाड़ी में घूम रहा है। इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जाल बिछाया। गजा के गाड़ी में रहने की पुष्टि करने के बाद पुलिस ने उसे सरेंडर होने की चेतावनी दी। उसने भी ज्यादा ना नुकर न करते हुए फ़िल्मी स्टाइल में सरेंडर कर दिया। इसके बाद आज उसके खिलाफ एमपीडीए की कार्रवाई करते हुए उसे एक साल के लिए येरवडा जेल भेज दिया गया।