कोविड महामारी में बीमार होने पर यदि सकारात्मक ऊर्जा से अपने भीतर अच्छे विचारों का आदान प्रदान करें तो दवा के साथ साथ तनाव मुक्तता जल्दी ठीक होने में सहायक होगी. कुछ इसी तरह का सन्देश दे रहीं है हल्द्वानी उत्तराखंड में रहने वाली कवयित्री, लेखिका,पर्यावरणविद प्राची मुकेश सिंह..
हल्द्वानी, कुमायूं के विभिन्न नामी गिरामी शिक्षण संस्थानों में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर रह चुकी प्राची सिंह ने एक सकारात्मक सन्देश देती कविता को अपने सोशल मीडिया मंच पर लिखकर ओरों को सन्देश देने का प्रयास किया है.
कवयित्री, लेखिका प्राची मुकेश सिंह राजस्थान के प्रख्यात बनस्थली विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट हैं.
प्रस्तुत है पर्यावरणविद, कवयित्री, लेखिका प्राची मुकेश सिंह की कोविड संघर्ष के दौरान लिखी पंक्तियाँ….