पुणे के राजनेताओं के हाथ से छूटती जा रही पुणे की राजनीति!
पुणे (तेज समाचार डेस्क). शहर भाजपा को सक्षम बनाने में हमेशा पुणे के राजनेताओं का योगदान रहा है. अब तक भाजपा की ओर से हाल ही में सांसद बने गिरिश बापट ने इस शहर पर राज किया. पुणे की राजनीति में उनका शब्द ही आखरी माना जाता था. लेकिन जबसे बापट सांसद बने हैं, तब से राजनीति बदल गई है. क्योंकि इसमें अब चंद्रकांत पाटिल की एन्ट्री हुई है. लेकिन इस एन्ट्री की वजह से पुणेकर राजनेताओं का ही पत्ता कट होने लगा है. हाल ही में पालकमंत्री के तौर पर काम करनेवाले पाटिल आगामी काल में विधायक बनकर पुणे शहर व मनपा पर भी कब्जा करेंगे. ऐसा डर अब पुणे के भाजपा के राजनेताओं को लग रहा है.
– बापट के बाद कौन, फैसला हुआ!
हाल ही में सांसद बने गिरिश बापट विगत 4 टर्म से शहर के कसबा विधानसभा क्षेत्र विधायक के तौर पर राज कर रहे है. मानो पूरे शहर पर ही उनका राज चल रहा था. पालकमंत्री बनने के बाद तो बापट ने पूरा शहर कब्जे में लिया था. महापालिका पर भी कब्जा होने की वजह से बापट अपनी ही चलाते थे. लेकिन अब बापट हाल ही में सांसद बन गए है. उनके बाद शहर में कौन नेता होगा, इसको लेकर चर्चा की जा रही थी. इसमें कई सारे नाम आगे आ रहे थे. कहा जा रहा था कि अब विधायक एवं शहराध्यक्ष माधुरी मिसाल को पालकमंत्री बनाया जाएगा. लेकिन अब चंद्रकांत पाटिल ने शहर में एंन्ट्री करने से ऐसे सभी मनषाओं पर पानी फेरा गया है. क्योंकि अब कहा जा रहा है कि बापट के बाद शहर में चंद्रकांत पाटिल ही राज करेंगे.
– बदलेंगे सभी सूत्र
अब तो चर्चा की जा रही है कि चंद्रकांत पाटिल कोथरूड से लडेंगे. इस तरह के निर्देश पार्टी ने ही उन्हें दिए है. अब तो भाजपा के कार्यकर्ता पूरी तरह से नाराज हो गए हैं. क्योंकि घर का कोई राजनेता छोड़कर बाहरी नेता को यहां अवसर दिया जा रहा है. यह बात इन लोगों को पसंद नहीं आ रही है. इस वजह से शहर के सभी सूत्र बदलेंगे, ऐसा कहा जा रहा है. पाटिल जितेंगे तो पाटिल फिर पालकमंत्री बन सकते है. साथ ही महापालिका पर भी पाटिल का ही कब्जा हो सकता है. ऐसे में जो पुणेकर राजनेता है, उन्हें अपनेआप दूर होकर पाटिल की ही सुननी होगी. ऐसे में अब पार्टी पुणेकर राजनेताओं पर ध्यान देगी क्या, यह देखना दिलचस्प होगा.