नई दिल्ली ( विशाल चड्ढा ) – शनिवार, 18 मार्च को हज़रत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल के जांबाज सिपाही रविंद्र भीम की मुस्तैदी से एक छोटे बच्चे सहित महिला की जान बचा ली गई। महिला बच्चे को गोद मे उठाकर सामान सहित चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास कर रही थी। घटना के बाद जहां लोग रेलवे सुरक्षा बल के नौजवान सिपाही रविन्द्र भीम का ताली बजाकर, पीठ थपथपा कर अभिनदंन कर रहे थे वहीं दूसरी ओर प्लेटफॉर्म पर मौजूद लोग महिला व उसके पति पर जुर्माना लगाने की बात कर रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हज़रत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक 2 पर शनिवार शाम जबलपुर की ओर जाने वाली गाड़ी संख्या 22182 चलना प्रारम्भ हो चुकी थी। इसी समय परिसर में रिमझिम बारिश हो रही थी। सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे सुरक्षा बल के जवान लोगों को चलती ट्रेन से दूर कर रहे थे।
इसी दौरान एक दंपत्ति अपने दो छोटे बच्चों को गोद में उठाकर सामान सहित चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास करने लगे। समीप खड़े सिपाही रविंद्र भीम ने इन दोनों यात्रियों के आगे हांथ फैलाकर रोकने का प्रयास किया। ट्रेन की गति को देखते हुए पास खड़े सभी लोगों ने महिला को ट्रेन में चढ़ने से मना किया। लेकिन महिला ने किसी की भी न सुनते हुए सिपाही रविन्द्र को चकमा दे कर चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास किया।
बारिश के कारण गीले हो चुके प्लेटफॉर्म पर डिब्बे में आधी चढ़ चुकी महिला फिसल गई और उसके दोनों पैर प्लेटफॉर्म व ट्रेन के बीच जाने लगे। सिपाही रविन्द्र भीम ने आनन फानन में तत्परता दिखाते हुए महिला को थाम लिया और धक्का दे कर डिब्बे के अंदर धकेल दिया, इसके उपरांत रविन्द्र ने अपनी जान की परवाह न करते हुए महिला के फसे पैरों को खींचकर डिब्बे के अंदर धकेला। इसके उपरांत संबंधित महिला के पति व दूसरे बच्चे को भी सुरक्षित ट्रेन के डिब्बे के अंदर पहुंचा दिया।
इस बीच ट्रेन लगातार तेज़ी पकड़ती रही। सिपाही रविन्द्र के कर्तव्य व जांबाजी को देखकर गुजरती ट्रेन के मुसाफिर भी सैल्यूट करते दिखाई दिए। लोगों व सिपाही रविन्द्र के लाख मना करने के बावजूद चलती ट्रेन के कोच एस 4 में चढ़ने वाले इस दंपत्ति पर सीसीटीवी खोज के आधार पर जुर्माना लगाए जाने की मांग की जा रही है।
विदित हो कि चलती ट्रेन में चढ़ने की मूर्खता करके औसतन प्रतिवर्ष 250 से अधिक यात्री अपनी जान गवाते हैं। संसद में दिसम्बर 2022 में रेलवे संरक्षा आयोग (सीआरएस) के हवाले से प्रस्तुत एक रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2012 से 2021 के दौरान ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच गिरने से 2581 यात्रियों की मृत्यु हुई है। यानि कि प्रति वर्ष 250 मौतों का औसत है। चलती ट्रेन में चढ़ने वाली मौतों के मामले में वर्ष 2016 में सर्वाधिक 399 यात्रियों की मौत हुई है । जबकि वर्ष 2013 में 352 और वर्ष 2014 में कुल 349 यात्रियों की मौत हो गई।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) पटरियों व रेल परिसर में अप्राकृतिक मौतों के मामलों को आपराधिक दंड सहिता की धारा 174 के अंतर्गत रेलवे के खिलाफ मामला दर्ज करती है।
शनिवार को हज़रत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर तैनात सिपाही रविंद्र भीम हरियाणा के महेन्द्रगढ़ का रहने वाला है।