पुणे (तेज समाचार डेस्क). पिछले कई दिनों से लापता आरटीआई कार्यकर्ता विनायक सुधाकर शिरसाट (32) का अपहरण कर बेरहमी से हत्या करने का मामला सामने आया है. हत्या कर लाश को मुलशी तहसील के मुठा गांव की खाई में फेंक दिया गया था. भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में 30 जनवरी को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी. इस मामले में विनायक सुधाकर शिरसाट के दोस्त का हाथ होने की जानकारी सामने आयी है. इस हत्या कांड के मामले में पुणे शहर क्राइम ब्रांच की शाखा ने दो आरोपियों को तेलंगना से हिरासत में लिया है. हालांकि अब तक मामले का मुख्य आरोपी फरार बताया जा रहा है. जिसकी तलाश के लिए पुलिस की एक टीम रवाना की गई है.
पुणे क्राइम ब्रांच की टीम के मुताबिक, हत्या की वहज अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. पुलिस ने अनुमान लगाया है कि, शायद व्यक्तिगत कारणों से यह हत्या की गई हो. पुलिस ने बताया कि, घटना स्थल पर पकड़े गए आरोपियों का लोकेशन पाया गया था, जिसके आधार पर उनकी गिरफ़्तारी की गई है.
ज्ञात हो कि, विनायक शिरसाट व उसके पिता सुधाकर शिवणे, उत्तमनगर इलाके में चल रहे अवैध निर्माणकार्य की शिकायत पीएमआरडी में किया करते थे. कुछ स्थानों में पीएमआरडी द्वारा कार्रवाई की गई थी. आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या को लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही है.
पुलिस द्वारा दी गई प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, विनायक शिरसाट 30 जनवरी को घर से बाहर निकला था. विनायक के घर से जाने के बाद उसके तीन दोस्त घर पर आए थे. उसके बाद विनायक शिरसाट वापस घर नहीं आया था. उसकी गाड़ी नर्हे में पायी गई थी. इसलिए पहले 30 जनवरी को मिसिंग की शिकायत दर्ज करवायी गई थी. काफी ढूंढने के बाद जब वह घर वापस नहीं आया, तो 5 फरवरी को अपहरण की शिकायत दर्ज करवायी गई थी. विनायक शिरसाट यह घर से बाहर निकलकर अपने दोस्तों के साथ नर्हे में आया था. उसकी गाड़ी से अपहरण कर दूसरी गाड़ी पर बैठाकर पिरंगुट लावसा रोड ले जाया गया था. उसके बाद मुठा गांव के पास उसकी हत्या कर लाश को खाई में फेंक दिया गया था. इस मामले में विनायक शिरसाट के भाई किशोर शिरसाट ने भारती विद्यापीठ पुलिस में शिकायत की थी. भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन ने अपहरण का मामला दर्ज किया था. जांच के दौरान मृतक के मोबाइल का आखिरी लोकेशन मुठा गांव में पाया गया. पिछले कुछ दिनों से पुलिस शिरसाठ को ढूंढ रही थी. पिरंगुट से लावसा रोड पर मुठा गांव से कुछ दूरी पर सड़ी हुई अवस्था में खाई में विनायक शिरसाठ की लाश पायी गई. लाश के कपड़ों और जेब में रखे मोबाइल से शिकायतकर्ता किशोर ने अपने भाई की लाश की शिनाख्त की. आरोपियों से पूछताछ कर पुलिस इस मामले में जांच में जुटी है.
इस मामले में मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. यहां तक कि, परिजनों ने लाश लेने से भी इंकार कर दिया है.