लखनऊ (तेज समाचार डेस्क). लेम्ब्रेटा और विजय सुपर जैसे लोकप्रिय स्कूटर बनाने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की ऑटोमोबाइल कंपनी स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड जल्द ही इतिहास के पन्नों में सिमटने जा रही है. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कंपनी को बंद करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने हुई बैठक में लखनऊ की कंपनी स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड को बंद करने की मंजूरी दे दी है.
– ब्रांड नाम को बेचा जाएगा
एक अधिकारी ने बताया कि स्कूटर्स इंडिया के ब्रांड नाम को अलग से बेचा जाएगा, क्योंकि कंपनी के पास लम्ब्रेटा , विजय सुपर , विक्रम और लैम्ब्रो जैसे मशहूर ब्रांड हैं. कंपनी विक्रम ब्रांड के तहत कई प्रकार के तीन पहिया वाहनों को बनाती है. कंपनी को बंद करने के प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी के बाद भारी उद्योग मंत्रालय इसको बंद करने की प्रक्रिया शुरू करेगा.
– बंद करने के लिए 65 करोड़ की जरूरत
सूत्रों ने बताया कि स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड को बंद करने के लिए 65.12 करोड़ रुपये की जरूरत होगी. यह राशि सरकार से ऋण के रूप में ली जाएगी. प्रस्ताव के तहत यह कोष उपलब्ध होने के बाद कंपनी के नियमित कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना / स्वैच्छिक पृथकीकरण योजना (वीआरएस/वीएसएस) की पेशकश की जाएगी. लखनऊ मुख्यालय वाली कंपनी के करीब 100 कर्मचारी हैं.
– विकास प्राधीकरण को लौटाई जाएगी जमीन
अधिकारी ने बताया कि वीआरएस/वीएसएस का विकल्प नहीं चुनने वाली कर्मचारियों को औद्योगिक विवाद कानून, 1947 के तहत हटाया जाएगा. कंपनी की 147.49 एकड़ जमीन उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को आपसी सहमति वाली दरों पर लौटाई जाएगी. हालांकि, इस प्रक्रिया में समय लगने की संभावना है.