शिरपुर (तेज समाचार डेस्क). मैंने पिछले पांच सालों से भाजपा के लिए खून-पसीना एक कर मेहनत की है. 2014 के चुनाव में मैं नया था. उस समय भाजपा में शामिल कराते हुए मुझसे वादा किया गया था कि अगले चुनाव में मुझे विधायकी का टिकट दिया जाएगा. इसलिए मैंने पूरी तहसील में घर-घर जाकर लोगों से व्यक्तिगत संपर्क किया, स्वास्थ्य शिविर लगाए, अनेक जनहिताय कार्यक्रमों का आयोजन किया, लोगों की समस्याएं हल की. आज पूरा शिरपुर मुझे आगामी विधायक के रूप में देख रहा है. लेकिन सोमवार से काफी उथल-पुथल हो गया है. ऐसा लग रहा है कि शिरपुर की जनता के साथ धोका होनेवाला है. लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि आपने मुझे जो स्नेह दिया, मुझ पर जो विश्वास जताया है, वह मैं बेकार नहीं जाने दूंगा. मैं इतनी जल्दी हार माननेवालों में से नहीं हूं. यदि मुझे टिकट नहीं भी दिया गया, तब भी मैं चुनाव लडुंगा.
शिरपुर भाजपा के कद्दावर कार्यकर्ता और विधानसभा चुनाव में टिकट के प्रबल दावेदार डॉ. जितेन्द्र ठाकुर ने आज यहां आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में हुंकार भरी और भाजपा के वरिष्ठों को एक प्रकार से चेतावनी दे डाली है.
– काशीराम पावरा के आने से उथल-पुथल
कांग्रेस की ओर से टिकट न मिलने के बाद शिरपुर के कांग्रेसी विधायक काशीराम पावरा ने सोमवार को आनन-फानन में भाजपा में प्रवेश किया. पावरा के भाजपा प्रवेश के साथ ही शिरपुर की राजनीति में तूफान आ गया है. मंगलवार सुबह से ही भाजपा कार्यकर्ताओं में बेचैनी देखी जा रही है. शिरपुर से विधानसभा टिकट के लिए पिछले पांच वर्षों से दिन-रात संघर्ष कर रहे डॉ. जितेन्द्र ठाकुर विधानसभा टिकट के प्रबल दावेदार हैं. लेकिन पावरा के भाजपा में आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि भाजपा शिरपुर से पावरा को उम्मीदवारी दे सकती है, इस बात की आशंका से डॉ. ठाकुर खेमे में हलचल मच गई है. सुबह से ही वरिष्ठों के साथ चर्चा के बाद जब कोई नतीजा नहीं निकला, तो डॉ. ठाकुर ने कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन कर शक्तिप्रदर्शन किया और भाजपा आलाकमान को अपने तेंवरों से रू-ब-रू करा दिया.
– शिरपुर में हमने भाजपा को खड़ा किया
डॉ. ठाकुर ने पूरे जोश के साथ कहा कि मैं पिछले साढ़े आठ वर्षों से भाजपा के जनसेवक के रूप में काम कर रहा हूं. इससे पहले तहसील में भाजपा की स्थिति क्या थी, यह सभी जानते हैं. कांग्रेस द्वारा किए गए अत्याचरों से यहां की जनता परेशान थी. ऐसी विकट स्थिति में हमने दिन-रात मेहनत करके लोकसभा चुनाव में 51 हजार मतों के अंतर से कांग्रेस से सत्ता छीनी थी. हालांकि 2014 के चुनाव में मैं बिल्कुल नया था, लेकिन फिर भी जनता ने मुझे भरपूर प्यार दिया. मैंने अपने समर्थकों के साथ पूरी तहसील में काम करके दिखाया है. एक सेवक के रूप में मैंने लोगो की समस्याएं जानी और उसे दूर करने के संभव प्रयास किए. लेकिन प्रसार माध्यमों से पता चला कि इतना करने के बाद भी हमारा अधिकार छीना जा रहा है, तब मेरा समर्थन करनेवाली जनता परेशान हो उठी. उनकी आंखों में मैंने आंसू देखे हैं. लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपके आंसू बेकार नहीं जाने दूंगा. मैं इतनी जल्दी हार नहीं मानूंगा. मुझे विश्वास है कि आप सबने मुझ पर विश्वास करके मुझ पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. कल महात्मा गांधी की जयंती होने के कारण अवकाश है. 3 अक्टूबर को मैं फॉर्म भरुंगा. हालांकि मुझे पूरा विश्वास है कि 4 अक्टूबर को मुझे भाजपा की ओर से एबी फॉर्म मिलेगा. फिर भी मैं किसी भी हालत में चुनाव जरूर लडुंगा.
– जितेन्द्र ठाकुर आगे बढ़ो…
इस कार्यकर्ता सम्मेलन में डॉ. ठाकुर के समर्थकों ने जम कर नारेबाजी करने हुए अपना जोश और रोष दोनों व्यक्त किए. जितेन्द्र ठाकुर आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ है, जैसे नारों से पूरा परिसर गूंज रहा था. इस समय जि.प. सदस्य चंद्रकांत पाटिल, तुषार रंधे, भाजपा तालुकाध्यक्ष राहुल रंधे, चंदनसिंह राजपूत, नगरसेवक रोहित रंधे, राजू अण्णा गिरासे, सुलोचना पाटिल, केवलसिंह राजपूत, मिलिंद पाटिल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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