गायब हो गया बिजली बिलो का मसला : जनता को चपत सरकार को राहत
जामनेर (नरेंद्र इंगले): तालाबंदी के दौरान आंके गए मनमाने बिजली बिलो का मसला मीडिया और विपक्ष की ओर से गायब कर दिए जाने के बाद राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार को बड़ी राहत मिली है ! वही आम जनता को अपनी कमाई से दुगने तिगने बिजली बिलो का भुगतान करना पड़ रहा है जिससे सरकारी तिजोरी मे हजारो करोड़ रुपयो का धन जमा किया जा रहा है ! महाराष्ट्र पहला ऐसा राज्य है जहां मुख्यमंत्री के संयमी व्यक्तित्व का खामियाजा जनता को मोटे बिल भरकर चुकाना पड़ रहा है ! मार्च 2019 से लेकर अब तक पूरे 9 महीने बीत जाने के बाद भी बिजली बिलो की समस्या को लेकर उद्धव ठाकरे सरकार कोई फैसला नही ले सकी है !MSEB ने लंबित भुगतान के लिए वसूली मुहिम आरंभ कर दी है ! ऊर्जा मंत्री ने अपने विभाग के घाटे को लेकर पूर्ववर्ती सरकार को दोषी ठहराया और अतिरिक्त बिलो मे राहत के विषय से पल्ला झाड़ लिया ! इसी मसले को लेकर तीन महीने पहले सड़क पर उतरकर आंदोलन करने वाले सबसे बड़े विपक्ष दल भाजपा ने चुप्पी साध ली है !
सरकार की जनविरोधी नीतियो के खिलाफ हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले समाजसेवी टायकुन्स की निष्क्रियता मेधावी छात्रों के लिए शोध प्रबंध का विषय बन सकता है ! इस मामले मे हो रहे विपक्ष के आंदोलनों को दिनरात टीवी पर चलाने वाले मीडिया ने अपनी TRP के अलावा कुछ खास नही किया ! आज से छह महीने पहले किसी सर्वे के मुताबिक कोरोना काल मे दिए योगदान के कारण सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री की रैंकिंग मे टॉप फाइव मे शुमार हुए उद्धव ठाकरे की लोकप्रियता को मनमाने बिजली बिलो की समस्या से जोड़कर अगर आज सर्वे कराया गया तो यह विषय मीडिया के लिए ब्रेकिंग न्यूज़ बन सकता है ! बिजली बिलो को लेकर प्रिंट मीडिया मे छपने वाली खबरे अचानक कहि हवा हो गई है ! बिजली बिलो की समस्या को लेकर तेजसमाचार ने कई बार जनता की बात और दलगत राजनीती का शिकार बने सरकारी तंत्र के तथ्यो को पाठको के सामने रखा है ! आज भी लाखो बिजली उपभोक्ता सरकार के उस एक फैसले का इंतजार कर रहे है जिससे उन्हे उन अप्रिय भुगतानो से निजाद मिल सकेगी जिसके माध्यम से सरकार आम आदमी का पैसा लूटना चाह रही है !