जामनेर : तूफान और बारिश से कागज की तरह उड़े गरीबो के घर
जामनेर (नरेन्द्र इंगले): मौसम विभाग ने उत्तर महाराष्ट्र मे पांच दिन तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी देने के बाद पहले हि दिन जामनेर तहसिल के ओझर , हिंगने , तालेगांव , शेलगांव समेत अन्य गांवो मे मूसलाधार बारिश ने काफी नुकसान किया है . ओझर और टाकरखेडा का संपर्क टूट चुका है . हिंगने गांव तक मदत या राहत पहुँच पाना मुश्किल हो गया है . ओझर मे जो टिन से बने घर है उनके ऊपर के टिन कागज की तरह हवा मे उड़ गए और गरीबो को सड़क पर आना पड़ा है . चश्मदितो ने बताया कि सुबह जब बारिश शुरू हुई उसके बाद केवल 3 से 4 मिनट तक के लिए इतना भयानक चक्रावाती तूफान जैसा कुछ गांव के अंदर आया कि देखते ही देखते घरो के ऊपर के टिन 100 मीटर तक कागज की तरह हवा मे उड़ते हुए हमने देखे . जैसे हि तूफान थमा तो किसी के भी घर की छत बची नही थी . दौरान 2/3 लोग घायल हो गए है . बारिश और तूफान से घरो के अंदर पानी भर गया खानेपीने की तमाम चीजे खराब हो गई है . पूरी बिजली व्यवस्था चरमरा गई है . गांव से लगकर बहने वाली कांग नदी उफान पर है . तूफान के कारण गांव के आसपास के खेतो मे खड़ी फसलो का बहुत नुकसान हुआ है जिसमे केला बागीचे और मकई की फसल चौपट हो चुकी है . प्रशासन अपनी ओर से बारिश की स्थिती को तटस्थ होने की राह देख रहा है ताकि पंचनामे किए जा सके . आपत्तीग्रस्त गांवो मे तत्काल प्रभाव से रिलीफ़ कैम्प लगाकर लोगो की सहायता करने की आवश्यकता पर जोर दिया जाना जरूरी है . पांच दिन तक कि संभावित बारिश की चेतावनी और उक्त गांवो मे बारिश के कारण हुए तांडव को देखते हुए कांग नदी के किनारे बसे सभी गांवो मे रिलीफ़ कैम्प की व्यवस्था को खड़ा करना बेहद जरूरी हो गया है जिसपर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए .